आज गीता जयंती का पावन पर्व है। इस पावन दिवस पर 5156 वर्ष पहले इस पुण्य धरा पर महायोगेश्वर भगवान श्री कृष्ण के श्रीमुख से श्रीमद्भगवत गीता का उद्घोष हुआ था। गीता के पहले श्लोक का आरंभ ही धर्म क्षेत्र कुरुक्षेत्र से होता है जिसमें कुरुक्षेत्र को धर्म क्षेत्र की संज्ञा दी गई है।
गीता का ज्ञान अजर, अमर व शाश्वत है जो हर युग में प्रासंगिक भी है। गीता में कर्म करने पर बल दिया गया है। निष्काम कर्म एक ऐसा दर्शन है जो कि हर प्राणी, प्रत्येक समाज और राष्ट्र की उन्नति का आधार है।